मुंबई, पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने बुधवार को दावा किया कि जब वह राज्य के आवास मंत्री और राकांपा नेता जितेंद्र आह्वाड से जुड़े कुछ लोगों द्वारा रविवार को कथित तौर पर पीटे गये एक व्यक्ति से मिलने की कोशिश कर रहे थे तो उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। भाजपा ने इस घटना के बाद आरोप लगाया कि शिवसेना नीत राज्य सरकार पर सोमैया को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त समय है जो कि पीड़ित से मिलना चाहते थे, लेकिन उनके पास पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर लौटै तबलीगी जमात के सदस्यों का पता लगाने का समय नहीं है। इस बीच पूरे मामले में नया घटनाक्रम आया जब आह्वाड ने सोशल मीडिया पर डाला गया एक संदेश साझा किया जिसमें उन्हें कथित तौर पर ‘(नरेंद्र) दाभोलकर’ की तरह मारने की धमकी दी गयी।भाजपा महाराष्ट्र के एक आधिकारिक ट्वीट में पार्टी ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र सरकार के पास नयी दिल्ली के मरकज से लौटे तबलीगी जमात के सदस्यों को खोजने का समय नहीं है लेकिन उसके पास भाजपा नेता किरीट सोमैया को गिरफ्तार करने का समय है जो एक आम आदमी की मदद करना चाहते थे।’’ भाजपा ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार का पहले का बयान भी ट्वीट किया जिसमें उन्होंने आईटी अधिनियम, 2000 में संशोधन की जरूरत पर जोर दिया था ताकि वास्तविक गुनाहगारों को पकड़ा जा सके और धर्म, जाति या धार्मिक कट्टरपंथ के नाम पर हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ रोकथाम की कार्रवाई की जा सके। विपक्षी दल ने कहा कि क्या शरद पवार ने अपने करीबी जितेंद्र आह्वाड को सोशल मीडिया पर नियंत्रण करने के अपने महत्वाकांक्षी मिशन का जिम्मा सौंपा है। सोमैया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था, ‘‘पुलिस ने मुझे नीलाम नगर मुलुंड में मेरे आधिकारिक आवास/कार्यालय से गिरफ्तार किया और मुलुंड ईस्ट नवघर पुलिस थाने ले गई।’’ इससे पहले सोमैया ने कहा था कि उन्हें उनके आवास से हिरासत में लिया गया। इस बीच आह्वाड ने एक और स्क्रीन शॉट शेयर किया जिसमें कुछ लोगों ने कथित तौर पर उनकी बेटी का यौन उत्पीड़न करने की धमकी दी थी। इस पोस्ट में उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख को भी टैग किया। महाराष्ट्र में 40 वर्षीय एक इंजीनियर ने राकांपा मंत्री जितेंद्र आह्वाड पर आरोप लगाया था कि कुछ पुलिसकर्मी उसे राकांपा नेता के बंगले पर ले गए जहां उसके साथ मारपीट की गयी। शिकायतकर्ता के मुताबिक यह घटना पांच अप्रैल को हुई।गोडबंदर के रहने वाले अनंत करमुसे ने बताया, "रविवार की रात, दो पुलिसकर्मी मेरे घर आए और कहा कि वे मुझे पुलिस स्टेशन ले जाकर किसी मामले के बारे में पूछताछ करना चाहते थे।" करमुसे के अनुसार उसके बाद वे लोग उसे मंत्री के बंगले पर ले गए। वहां पहले से ही 10-15 लोग मौजूद थे। सुरक्षा गार्ड ने मंत्री को सूचित किया और उसके बाद उन्होंने उसे मारना शुरु कर दिया।
सोमैया ने कहा कि पुलिस ने गिरफ्तार किया, आह्वाड ने कहा ट्विटर पर धमकी मिली